9 mm Pistol ko kholna jodna: Introduction
9 mm पिस्टल पुलिस बल में सबसे अधिक उपयोग होने वाला हथियार है। यह छोटा, हल्का और तेजी से चलने वाला Weapon है। नजदीकी मुकाबले में यह जवान की पहली सुरक्षा बनता है। इसलिए WT Training में इसके हर भाग को विस्तार से सिखाया जाता है।
यह लेख बिल्कुल उसी प्रारूप में लिखा गया है जैसे प्रशिक्षण मैदान में IWT क्लास ली जाती है। यानी—पहले सुरक्षा, फिर Make Safe, फिर खोलना, सफाई, जोड़ना, भरना और आखिर में खाली करना। हर स्टेप सरल भाषा में ताकि नया जवान भी एक ही बार पढ़कर समझ सके।
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9 mm पिस्टल क्या है और Training में इसका महत्व
9 mm pistol Browning FN एक Semi-Automatic Weapon है। इसका चलना सरल है, रख-रखाव आसान है, और इसे होल्स्टर में आराम से रखा जा सकता है। WT Training का पहला लेसन हमेशा इसी हथियार से शुरू होता है, क्योंकि यह जवान के लिए सबसे बुनियादी हथियार है।
नई भर्ती जब पिस्टल हाथ में लेती है, उसके मन में उत्साह भी होता है और थोड़ा डर भी। हथियार एक जिम्मेदारी है। प्रशिक्षक सबसे पहले यही समझाते हैं कि पिस्टल आपके हाथ में आने से आप एक जिम्मेदार स्थिति में आ जाते हैं। पिस्टल कभी खिलौना नहीं होती।
यह वह साधन है जिसे सुरक्षित रखना, नियंत्रित रखना और सही समय पर सही तरीके से इस्तेमाल करना सबसे जरूरी है।
जवान को WT Training में यह सिखाया जाता है कि हथियार की समझ बिना जल्दबाज़ी, बिना डर और बिना दिखावे के बनती है। कोई भी जवान चाहे कितना भी तेज सीखने वाला हो, हथियार की ट्रेनिंग में अनुशासन सबसे महत्वपूर्ण होता है।
9 mm पिस्टल की ट्रेनिंग जवान के अंदर संयम, नियंत्रण और तकनीकी समझ बढ़ाती है। इसी तरह यह आगे चलकर फील्ड में उसका सबसे उपयोगी उपकरण बनती है।
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9 mm पिस्टल की सुरक्षा (Safety Rules)
पिस्टल पर Training का पहला और सबसे जरूरी हिस्सा “सुरक्षा” है। अगर सुरक्षा सही है, तो बाकी सभी चीजें अपने आप आसान हो जाती हैं।
सुरक्षा नियम न केवल प्रशिक्षण में, बल्कि पूरी सेवा अवधि में जीवन भर साथ रहते हैं।
महत्वपूर्ण सुरक्षा नियम:
- हथियार को हमेशा सुरक्षित दिशा में रखें।
- साथी या किसी व्यक्ति की दिशा में कभी न करें।
- ट्रिगर पर उंगली तभी रखें जब फायर करने का आदेश मिले।
- हथियार को हमेशा भरा हुआ मानें।
- बिना आदेश या आवश्यकता के पिस्टल होल्स्टर से न निकालें।
- जमीन पर रखी पिस्टल को उठाते समय भी Make Safe करें।
- हथियार के साथ खेलना, मजाक करना या दिखावा करना सख्त मना है।
इन नियमों को WT Training में रोज़ दोहराया जाता है। इसका कारण यह है कि हथियार की सबसे बड़ी आदत सुरक्षा है।
जो जवान सुरक्षा में माहिर है, वही फील्ड में पूरी तरह भरोसेमंद साबित होता है।
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Pistol को Make Safe करने की प्रक्रिया
हथियार उठाते ही सबसे पहला काम Make Safe करना है। इससे यह पता चलता है कि हथियार के अंदर गोली है या नहीं।
स्टेपवाइज Make Safe प्रक्रिया:
- पिस्टल को केश से निकालें।
- हथियार हमेशा ऊपर की सुरक्षित दिशा में रखें।
- उंगली ट्रिगर गार्ड के बाहर हो।
- मैगजीन कैच दबाकर मैगजीन निकालें।
- मैगजीन पाउच में रखें।
- फ्री हाथ से स्लाइड को पीछे खींचें।
- स्लाइड को लॉक कट पर सेट करें।
- चेंबर चेक करें।
- मैगजीन हाउस देखें कि खाली है या नहीं।
- हथियार को खाली प्रमाणित करें।
एक Make Safe प्रशिक्षित जवान की पहचान होती है। यह आदत उसे फील्ड में भी सुरक्षित रखती है।
9 mm पिस्टल को खोलने की प्रक्रिया (Stripping)
पिस्टल खोलना जरूरी है क्योंकि सफाई और निरीक्षण तभी संभव होता है। 9 mm पिस्टल Browning FN का डिजाइन सरल है।
नई भर्ती भी कुछ बार अभ्यास के बाद इसे आसानी से खोल लेती है।
स्टेपवाइज खोलना:
- पिस्टल को Make Safe करें।
- मैगजीन पूरी तरह निकालें।
- स्लाइड को पीछे खींचकर लॉक करें।
- लॉकिंग लीवर (Takedown Lever) को बाहर निकालें।
- स्लाइड को आगे आने दें।
- स्लाइड को हथियार की बॉडी से अलग करें।
- स्लाइड को उल्टा पकड़ें।
- रिकॉइल स्प्रिंग को बाहर निकालें।
- बैरल को स्लाइड से बाहर निकालें।
- सभी हिस्सों को साफ जगह पर रखें।
पुर्जों को बेतरतीब या गंदे स्थान पर न रखें। इनकी सुरक्षा भी उतनी ही आवश्यक है जितनी हथियार की सुरक्षा।
9 mm पिस्टल की सफाई (Cleaning)
हथियार की सफाई WT Training का मुख्य हिस्सा है। जवान को सिखाया जाता है कि साफ पिस्टल हमेशा फायर करने में स्मूथ रहती है।
गंदगी जमा होने पर हथियार जाम होने की संभावना बढ़ जाती है।
सफाई स्टेप:
- बैरल में ब्रश को धीरे-धीरे चलाएँ।
- ब्रश को आगे-पीछे दोनों दिशा में घुमाएँ।
- बैरल से ब्रश निकालकर सूती कपड़े से अंदर साफ करें।
- चेंबर की गंदगी हटाएँ।
- स्लाइड के किनारों और खांचे साफ करें।
- फायरिंग पिन के पास जमा कार्बन साफ करें।
- पिस्टल की बॉडी पर जमा धूल हटाएँ।
- स्लाइड, बैरल और स्प्रिंग पर हल्का तेल लगाएँ।
- मैगजीन को भी जरूरत पड़ने पर साफ करें।
प्रशिक्षक हमेशा कहते हैं—
“साफ हथियार = सुरक्षित जवान।”
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पिस्टल जोड़ने की प्रक्रिया (Assembling)
सफाई के बाद हथियार को जोड़ना तकनीकी काम है, लेकिन यह उतना मुश्किल नहीं जितना नया जवान सोचता है।
जोड़ने के स्टेप:
- बैरल को स्लाइड में लगाएँ।
- स्लाइड की दिशा पर ध्यान दें।
- रिकॉइल स्प्रिंग को बैरल के नीचे फिट करें।
- स्लाइड को बॉडी पर सही एंगल में चढ़ाएँ।
- स्लाइड को पीछे खींचें और होल्ड करें।
- लॉकिंग कट पर सेट करें।
- लॉकिंग लीवर को दबाकर अपनी जगह बिठाएँ।
- स्लाइड को आगे छोड़ें।
- Function Check करें।
- Empty Mag लगाकर फिर से चेक करें।
सही जोड़ने पर हथियार की मूवमेंट स्मूथ होती है और कोई आवाज नहीं आती।
मैगजीन भरने की प्रक्रिया (Magazine Loading)
मैगजीन भरना भी WT Training का अहम चरण है।गोली की दिशा ठीक होनी चाहिए, नहीं तो Weapon फायर नहीं करेगा।
भरने के स्टेप:
- मैगजीन साफ और सूखी हो।
- गोली को रिम से पकड़ें।
- गोली को मैगजीन के रीब्स के नीचे डालें।
- नीचे दबाकर सीट करें।
- एक-एक करके गोलियाँ भरें।
- मैगजीन की क्षमता 13 राउंड है।
- हर गोली की दिशा आगे की तरफ होनी चाहिए।
- राउंड को ज्यादा जोर से न दबाएँ।
मैगजीन भरने में धीरे-धीरे लय बनानी पड़ती है। एक प्रशिक्षित जवान 5–7 सेकंड में सही तरीके से मैगजीन भर सकता है।
मैगजीन खाली करने की प्रक्रिया
मैगजीन खाली करते समय भी ध्यान जरूरी है।
स्टेप:
- मैगजीन को उल्टा पकड़ें।
- अंगूठे से गोली को आगे धकेलें।
- गोली को गिरने न दें।
- साफ स्थान पर रखें।
- सभी राउंड की गिनती करें।
- गोलियों को बॉक्स में वापस रखें।
यह प्रक्रिया फील्ड में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि कई बार अचानक हथियार को खाली करना पड़ता है।
पिस्टल भरने (Loading) की प्रक्रिया
लोडिंग फील्ड की सबसे जरूरी गतिविधि है।गलत लोडिंग से हथियार काम नहीं करेगा।
Loading स्टेप:
- पिस्टल को सुरक्षित दिशा में रखें।
- खाली मैगजीन निकालें।
- भरी हुई मैगजीन लगाएँ।
- लॉकिंग की आवाज सुनें।
- स्लाइड को पीछे खींचकर छोड़ें।
- हथियार Ready to Fire है।
फील्ड में इसे “Ready Position” भी कहा जाता है।
पिस्टल खाली करने (Unloading) की प्रक्रिया
Unloading उतना ही महत्वपूर्ण है जितना Loading।
Unloading स्टेप:
- हथियार को सुरक्षित दिशा में रखें।
- मैगजीन निकालें।
- स्लाइड पीछे खींचें।
- चेंबर की जांच करें।
- सुनिश्चित करें कि हथियार पूरी तरह खाली है।
- स्लाइड को धीरे आगे छोड़ें।
- ट्रिगर प्रेस कर के हथियार सेफ करें।
- पिस्टल को होल्स्टर में रखें।
औपचारिक WT Training में इसे “Clear Weapon Procedure” कहा जाता है।
अभ्यास (Practice) और टिप्स
अभ्यास हथियार संभालने का सबसे महत्वपूर्ण भाग है। नई भर्ती को रोज़ 15–20 मिनट अभ्यास कराया जाता है।
अभ्यास के महत्वपूर्ण बिंदु:
- Make Safe रोज़ 10–15 बार करें।
- पिस्टल खोलना–जोड़ना रोज़ 5 बार करें।
- Magazine Loading–Unloading का अभ्यास रोज़ करें।
- Function Check करना न भूलें।
- हथियार को हमेशा सम्मान से पकड़ें।
जितना ज्यादा अभ्यास होगा, हथियार पर उतना ही ज्यादा नियंत्रण बनेगा।
निष्कर्ष (Conclusion)
इस पूरे लेसन में हमने 9 mm पिस्टल की सुरक्षा, Make Safe, खोलना, सफाई, जोड़ना, भरना और खाली करना आसान शब्दों में समझा।
यह लेसन WT Training का सबसे बुनियादी लेकिन सबसे जरूरी हिस्सा है।अच्छा जवान वही है जो अपने हथियार को पूरी समझ और अनुशासन के साथ संभालता है।9 mm पिस्टल जवान की पहली सुरक्षा है, और यह ज्ञान उसका पहला कवच।
Browning FN 9mm Pistol ke technical specifications aur design overview ko yahan detail mein dekhein.
इस लिंक का उद्देश्य:
- आपके लेख में बताए गए हिस्सों—जैसे slide, barrel, recoil spring, magazine—को तकनीकी दृष्टि से मजबूत बनाता है।
- यह विश्वसनीय कारण बताता है कि 9 mm Pistol दुनिया भर के सुरक्षा बलों द्वारा क्यों इस्तेमाल की जाती है।
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