84 mm राकेट लांचर के पार्ट्स और बेसिक टेक्निकल डेटा: परिचय
पिछले पोस्ट में हमने 30 mm AGL का इतिहास और बेसिक टेक्निकल डाटा के बारे में जानकरी शेयर की इस पोस्ट में हम 84 mm राकेट लांचर के पार्ट्स और बेसिक टेक्निकल डाटा तथा 84 mm राकेट लांचर की विशेषताए के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे !
84 mm राकेट लांचर एक आर्म्ड फ़ोर्स के काफी अहम् हथियार है इस लिए यह जरुरी है की 84 mm राकेट लांचर के पार्ट्स और बेसिक टेक्निकल डाटा की जानकारी सभी जवानों को होनी चाहिए ताकि जरुरत पड़ने पे इसको इस्तेमाल किआ जा सके !
84mm Rocket Launcher क्या होता है?
84mm Rocket Launcher एक शैनिक द्वारा कंधे चलाये जाने वाला पोर्टेबल हथियार है जिसका उपयोग इन्फेंट्री यूनिट दुश्मन के बख्तरबंद वाहनों या किलबंद ठिकानो को बर्बाद करने के लिए करती है ! यह एक हल्का और आसानी से एक सैनिक द्वारा ऑपरेट होने वाला हथियार है !
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84mm rocket launcher working system in Hindi में समझें तो यह लांचर राकेट प्रोपेल्ड अम्मुनिसन (launcher rocket-propelled ammunition) से चलता है। जब ट्रिगर (trigger) दबाया जाता है, तो अंदर मौजूद फायरिंग पिन( firing pin) रॉकेट को में आग पैदा ( ignite) करती है। इसके बाद गैस पीछे की दिशा में निकलती है और रॉकेट तेज़ी से आगे बढ़ता है।
यह सिस्टम रेकोइल फ्री (system recoil-free) होता है क्योंकि पीछे से निकली गैस आगे के बल को संतुलित कर देती है। यह गुण फायर करने वाला सैनिंक को r को स्थिरता और सटीकता प्रदान करती है।
इसकी खास बात यह है कि इसे दुर्गम इलाकों में भी आसानी से ले जाया जा सकता है और मिनटों में तैयार किया जा सकता है।
84 mm राकेट लांचर के बेसिक टेक्निकल डाटा (84 mm rocket launcher ke basic technical data):
84 mm राकेट लांचर के पार्ट्स और बेसिक टेक्निकल डाटा

- 84 mm राकेट लांचर का कैलिबर : 84 mm
- 84 mm राकेट लांचर का लम्बाई : 1130 mm
- 84 mm राकेट लांचर का बैरल की लम्बाई : 856 mm
- 84 mm राकेट लांचर का साईटिंग रेडियस : 296 mm
- 84 mm राकेट लांचर में ग्रूज : 24
- 84 mm राकेट लांचर के वेंचुरी की लम्बाई : 274 mm
- 84 mm राकेट लांचर का घुमाव: 602 mm एक चक्कर में
- 84 mm राकेट लांचर का टार L का वजन : 14.2 kg
- 84 mm राकेट लांचर के माउंट का वजन : 0.8 ग्राम
- 84 mm राकेट लांचर का फायर का रफ़्तार : 6 राउंड पर मिनट
- 84 mm राकेट लांचर का कम करने का सिद्धांत: ब्रिज लोडेड प्रीकौसन फायर रीकोइललेस
- 84 mm राकेट लांचर का टेलीस्कोपिक साईट का वजन : 1.1 kg
84 mm राकेट लांचर के अधिकतम रेंज (Maximum Range)
- हिट खड़े टारगेट पर -500 मीटर
- हरकती टारगेट पर -400 मीटर
- HE राउंड – 1000 मीटर
- स्मोक राउंड-1300 मीटर
- एलिमी नाटिंग राउंड :2100 मीटर
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84 mm राकेट लांचर के पार्ट्स का नाम (84 mm rocket launcher ke parts ka naam)

- बैरल
- साईट
- फेस पैड
- शोल्डर पैड
- वेंचुरी स्ट्राप
- वेंचुरी
- फ्रंट ग्रिप
- फ्रिंग ग्रिप
- कोक्किंग लीवर
- फायरिंग मैकेनिज्म
- माउंट
84mm Rocket Launcher कैसे करता है फायरिंग ?
84mm Rocket Launcher का फायरिंग सिस्टम एक बेहद ही खास तरीके से डिजाइन किया गया है ताकि यह बहुत ही प्रभावशाली और बहुत सुरक्षित रहे। यदि आप जानना चाहते है कि how rocket launcher works Hindi में, तो आइए इसे सरल शब्दों में समझें।
जब एक सैनिक ट्रिगर दबाता है, तो अंदर का फायरिंग पिन( firing pin) रॉकेट के प्रोपोल्सन सिस्टम ( propulsion system) को एक्टिव करता है। इससे रॉकेट में आग लगती है और high-pressure गैसें बनती हैं। ये गैसें पीछे की ओर निकलती हैं और रॉकेट को तेजी से आगे धकेलती हैं। इस प्रक्रिया को “बेक ब्लास्ट (backblast)” कहते हैं, जो लॉन्चर के पीछे के धक्का ( recoil) को संतुलित कर देती है।
यह सिस्टम फायर करने वाला सैनिंक(soldier) को टारगेट(target) पर बेहतर नियंत्रण देता है। सटीक sighting system की मदद से सैनिक दूर तक सही निशाना लगा सकते हैं।
अगले सेक्शन में हम जानेंगे कि army me use hone wale rocket launcher कौन-कौन से होते हैं।
सेना में इस्तेमाल होने वाले 84 mm Rocket Launcher वर्जन
वो चाहे भारतीय सेना हो या विश्व की कोई और सेना 84 mm राकेट लौचेर किसी n किसी वर्शन में सभी इस्तेमाल करती है जो उनके जरुरत के अनुसार डिजाईन किये गए होता है! अगर आप जानना चाहते हैं कि army me use hone wale rocket launcher कौन-कौन से हैं, तो यह जानकारी आपके लिए अहम है।
पहला और सबसे प्रसिद्ध वर्जन है Carl-Gustaf M2 और M3। ये दोनों कंधे से दुबारा इस्तेमाल होने वाला लांचर है(shoulder-fired, reusable), जिनका इस्तेमाल infantry units करती हैं। Carl-Gustaf को भारतीय सेना लंबे समय से उपयोग कर रही है और अब इसका upgraded version भी प्रयोग में है।
इसके अलावा कुछ और भी लौचेर है जैसे AT-4 और RPG-26 भी आज के आधुनिक आर्मी में (modern armies) में आम हैं, लेकिन 84mm Carl-Gustaf अभी भी सबसे जयादा (widely used) है। इसका फायदा यह है कि यह launch करने के बाद दोबारा लोड किया जा सकता है, जिससे cost-effective भी है।
इस तरह के launchers high-penetration warheads से लैस होते हैं जो armored vehicles और bunkers को भी नुकसान पहुँचा सकते हैं।
अब हम जानेंगे कि rocket launcher ki jankari police exam में कैसे मदद करती है।
पुलिस भर्ती परीक्षा में 84 mm रॉकेट लॉन्चर की जानकारी कैसे मदद करती है?
बहुत बार जो जवान किसी आर्म्ड फोर्सेज के भारती के लिए तयारी करते है की ये सब जानकारिय उन्हें कैसे मदद कर सकती है भारती में तो मई एक ही बात बोलूँगा अगर आप SSC GD, BSF, CISF, या किसी राज्य पुलिस की भर्ती की तैयारी कर रहे हैं, तो rocket launcher ki jankari police exam के लिए बहुत जरूरी है क्यों की कई बार सामान्य ज्ञान, technical awareness में ऐसे सवाल पूछे जाते हैं जो हथियारों से जुड़े होते हैं।
विशेषकर, पूछे जा सकते हैं:
- 84mm rocket launcher ka caliber kya hai?
- यह किस purpose के लिए use होता है?
- कौन से part kis function ke लिए होते हैं?
तो अगर आप इस जैसे सवालों का उत्तर दे सकते हो तो आप को दुसरे कैंडिडेट्स के अपेक्षा एक एज मिलता है और यह भी दर्शाता है की आपकी ओरिएंटेशन एक सीरियस कैंडिडेट्स जैसा दीखता !यह जानकारी न सिर्फ लिखित परीक्षा बल्कि physical training में भी आपकी समझ मजबूत करती है।
84 mm रॉकेट लॉन्चर के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. 84 mm रॉकेट लॉन्चर क्या होता है?
A: यह एक पोर्टेबल कंधे से टैंक के खिलाफ इस्तेमाल होने वाला (portable, shoulder-fired anti-tank) हथियार है जिसे पडल सेना (infantry) द्वारा दुश्मन केबख्तर बंद गाड़िया या टैंक (armored targets) को खत्म करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
Q2. 84 mm Rocket Launcher के मुख्य parts कौन से हैं?
A: इसे तो यह हथियार अपे आप में एक सिस्टम है और इनके कुछ मुख्य पार्ट्स है barrel, firing pin, venturi tube, sight unit, और shoulder rest शामिल हैं।
Q3. Rocket Launcher किस प्रकार से फायर करता है?
A: जब ट्रिगर (trigger) दबाया जाता है,फायरिंग पिन( firing pin rocket) को इगनाईट (ignite) करता है और बेक ब्लास्ट ( backblast) की ताकत से राकेट ( rocket) आगे बढ़ता है।
Q4. क्या यह लॉन्चर दुबारा (reusable) होता है?
A: हाँ, Carl-Gustaf जैसे 84mm launchers reusable होते हैं और reload करके बार-बार उपयोग किए जा सकते हैं।
Q5. पुलिस और सेना भर्ती में इसकी जानकारी क्यों ज़रूरी है?
A: क्योंकि defense exams में weapon systems से संबंधित technical knowledge पूछा जाता है, विशेषकर BSF, CISF, CRPF और SSC GD जैसी परीक्षाओं में।
निष्कर्ष – 84mm Rocket Launcher क्यों जरूरी है की जानकारी?
84mm रॉकेट लॉन्चर ट्रेनिंग से लेकर कॉम्बैट तक हर अस्तर पर यह केवल एक हथियार नहीं, बल्कि पुलिस और सेना के लिए एक tactical tool की तरह काम करता है । अगर आप police exam ya army bharti ke liye tayari kar rahe hain, तो इसकी जानकारी आपको लिखित परीक्षा, इंटरव्यू और ग्राउंड ट्रेनिंग में बढ़त दिला सकती है। इसकी working system, parts, और firing mechanism को समझना field में आत्मविश्वास बढ़ाता है।
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इस प्रकार से 81 mm राकेट लांचर की विशेषतय और टेक्निकल डाटा से सम्बंधित पोस्ट समाप्त हुई उम्मीद है की ये पोस्ट आपक लोगो को पसंद आएगा ! अगर कोई कमेंट होतो निचे के कमेंट बॉक्स में जरुर लिखे ! इस्ब्लोग को सब्सक्राइब औत फेसबुक पर लाइक करे और हमलोगों को और अच्छा करने के लिए प्रोतोसाहित करे !
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